उपवास करना मतलब एक निश्चित समय अन्तराल तक भूखे रहना और भोजन का सेवन ना करना। हर एक धर्म में उपवास रखने की परम्परा है और इनका अपना एक धार्मिक महत्त्व भी है। सदियों से लोग अपने इष्ट देव को प्रसन्न करने की मंशा से उपवास करते आ रहे हैं, लेकिन क्या आपको मालूम है कि एक प्लानिंग के साथ उपवास रखना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभकारी है। और शायद इसलिए ही उपवास के स्वास्थ्य संबंधी लाभ को ध्यान में रखते हुए पुराने लोगों ने उपवास को हमारी रीति-रिवाजों से जोड़ा होगा।
वैसे आजकल लोग इतने बिजी हो गए हैं कि वे आमतौर पर खाने के लिए भी समय नहीं निकाल पाते, वे कभी तो खाना खाते ही नहीं और कभी बेवक्त ही खा लेते हैं, इससे उनके पाचनतंत्र की कार्यप्रणाली पर गहरा और विपरीत प्रभाव पड़ता है। ऐसे में यदि आप चाहें तो हफ्ते में कम से कम एक दिन का उपवास कर के पाचनतंत्र को आराम और अपनी शरीर की कार्यप्रणाली को बरकरार रख सकते हैं।
आइये जानते हैं कि हम किस तरह के उपवास की बात कर रहे हैं: आजकल के लोग उपवास के नाम पर रोजाना से ज्यादा और दिनभर खाते रहते हैं। ये बात तो सही है कि लोगों को अपनी क्षमता के हिसाब से ही उपवास करना चाहिए, लेकिन यदि आप उपवास से मिलने वाले फायदों के बारे में सोच रहे/ही हैं, तो इसके लिए आपको जितना देर तक बन पड़े सिर्फ पानी पीकर रहने की कोशिश करना चाहिए। इसके बाद यदि ज्यादा भूख लगती है तो ऐसे में आप इन चीज़ों का सेवन करके भी उपवास कर सकते/ती हैं:
*ताज़े फल
*बिना पकी हुई कच्ची सब्जियां
*फलों का रस (fruit juices)
*ड्राई फ्रूट्स (मेवे)
आइये जानते हैं धार्मिक मान्यताओं से परे व्रत और स्वास्थ्य के कनेक्शन के बारे में:
शरीर में मौजूद अपशिष्ट बाहर निकालने में सहायक
उपवास के द्वारा आपके शरीर में मौजूद टोक्सिंस बाहर निकल जाएँगे। यह शरीर को डेटोक्स करता है। कुछ अवांछित पदार्थ हमारे शरीर में वसा का रूप लेकर चिपक जाते हैं। यदि आप उपवास रखते हैं, तो ये वसा पिघल कर शरीर के लिए ऊर्जा का स्त्रोत बन जाता है और इस तरह शरीर से गैर-जरुरी पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
मोटापा कम करने में (Fat Burning)
यदि आप वजन या मोटापा कम करना चाहते/ती हैं, तो इसमें उपवास आपकी काफी मदद कर सकता है। हमारा शरीर जरूरत के अनुसार हर रोज़ के भोजन से मिलने वाली शुगर का इस्तेमाल ऊर्जा के रूप में करता है इसके अलावा अतिरिक्त लेकिन अतिरिक्त शुगर शरीर में वसा का रूप लेकर जमा हो जाती है, जिससे शरीर का वजन बढ़ता जाता है। अगर हम कुछ वक़्त के लिए खाना बंद कर देते हैं, तो वो जमा हुआ वसा पिघलकर शरीर के लिए ऊर्जा का स्त्रोत बन जाएगा और शरीर का वजन भी कंट्रोल हो जाएगा।
मेटाबोलिज्म पर प्रभाव (Positive effect on metabolism)
लोगों का ऐसा मानना है कि कम खाने से या फिर काफी समय के अंतर से खाने से मेटाबोलिज्म की कार्यक्षमता या इसकी गति कम हो जाती है लेकिन ये सरासर गलत है। ऐसा कुछ भी नहीं होता, बल्कि हर बार पूरा पेट भरकर खाने से मेटाबोलिज्म पर काफी प्रभाव पड़ता है। यदि आप कुछ वक़्त के लिए खाने से दूरी बना लेंगे तो इससे आपके मेटाबोलिज्म को कुछ समय का आराम मिलेगा और वो पहले से भी अच्छी तरह अपना काम करने लगेगा।
मन और आत्मा को शांति मिले (Brings peace to the mind and soul)
जब कभी भी आप उपवास रखते हैं, तो आप भी एक तरह की मानसिक शांति महसूस करते होंगे। उपवास से आपके शरीर का सारा ध्यान सिर्फ टोक्सिंस को बाहर निकालने में होगा और आप अपने मन को खाने से हटाकर कुछ देर के लिए शांत कर पाएँगे। ऋषि-मुनि अपने मन की शांति के लिए ना जाने कितने दिनों तक उपवास किया करते थे और इसके बाद भी वे पूरी तरह से स्वस्थ रहा करते थे।
Navaratri Special, 3 Phases of Fasting, रखें इन बातों का ख्याल, व्रत भी, Weight Loss भी, DOs & DON’Ts
उपवास आपकी उम्र बढाए (Fasting increases your age)
इस तरह से एक दिन का उपवास रखकर आप शरीर से सारे टोक्सिंस को बाहर निकालकर अपनी उम्र में इजाफ़ा कर सकते हैं। आप चाहें तो शुरुआत में एक महीने में एक दिन का व्रत रखकर भी कर सकते/ती हैं, इसके बाद हफ्ते में एक बार और फिर हफ्ते में 2 या 3 बार (अपनी सहनशक्ति के हिसाब से)।
और भी कुछ प्रभाव:
*यदि आप एक पूरा दिन कुछ भी नहीं खाते/ती हैं, तो ज़ाहिर सी बात है इससे आपके पाचनतंत्र को आराम मिलेगा।
*ऐसा करने से लीवर की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ता है और शरीर से अनचाहे पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।
*रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ती है और आप लम्बे समय तक स्वस्थ्य बने रह सकते हैं।
*उपवास करने से इंसान को हल्कापन महसूस होता है।
*उपवास से शरीर का ऊर्जा स्तर बढ़ जाता है।
*भूख पर कंट्रोल करना सिखाए।
*त्वचा नर्म और सुंदर बने। साथ ही मुँहासों से निजात मिले।
आइये जानते हैं उपवास बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में:
*यदि आप लम्बे समय से किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो ऐसे में अपने डॉक्टर की सलाह पर ही व्रत करें।
*डायबिटीज के मरीज़, गर्भवती महिलाओं को उपवास नहीं रखना चाहिए।
*उपवास खत्म होने के तुरंत बाद भारी भोजन ना करें।
*उपवास के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
आखिर में!!! यदि आपका शरीर इस तरह के उपवास सहन नहीं कर पाता, तो ऐसा बिल्कुल भी ना करें। उपवास के दौरान यदि आपको असहनीय भूख लगती है, तो फौरन कुछ खा लें।
3.5