तेजपत्ता एक प्रकार का मसाला है जिसमें कॉपर, पौटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन काफी ज्यादा मात्रा में मौजूद होता है। साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में फ्लेवोनॉइड्स, एंटी-ऑक्सीडेंट, एशेंसियल ऑइल और टैनिन होते हैं जो भोजन को विशेष प्रकार की खुशबू से भर देते हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, इन्फ्लेमेट्री और एंटी-फंगस गुण भी होते हैं। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होता है। आमतौर पर भारतीय व्यंजनों में महक और सुगंध के लिए तेजपत्ते का उपयोग किया जाता है। लेकिन इस पत्ते के कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। आइये जानते हैं इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में:
पाचन शक्ति बढ़ाये
तेजपत्ता में एक प्रकार का एन्जाइम होता है जो बदहजमी को दूर करता है साथ ही कब्ज़, एसिडिटी और पेट के गड़बड़ी से राहत दिलाता है। चाय में तेजपत्ता डालकर इसका काढ़ा बना लें और इसका सेवन करें। इसके सेवन से कई प्रकार के पाचन सम्बंधी विकार ठीक हो जाते हैं। अगर आपको कब्ज, एसिडिटी और पेट ऐंठन की शिकायत रहती है तो तेजपत्ता आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है।
डायबटीज में लाभदायक
तेजपत्ता डायबिटीज पर भी असरदार पाया गया है विशेष रूप से टाइप 2 डायबटीज होने पर तेजपत्ता आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और दिल को स्वस्थ बनाए रखता है। इसके पावडर के रोज सेवन करने से यह ब्लड-ग्लूकोज, ट्राइग्लिसेराइड, और कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करके टाइप-2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करता है। तेजपत्ता का पावडर बनाकर रोजाना थोड़ा-थोड़ा खाना डायबिटीज रोगी के लिए फायदेमंद होता है।
कैंसर को रोकने में लाभदायक
तेजपत्ता में कैंसर से लड़ने के गुण होते हैं। इसमें कैफीक एसिड, क्वेरसेटिन और इयूगिनेल नाम के तत्व होते हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खतरे को कम कर देता है। और आपको कैंसर जैसी बीमारी से दूर रखता है।आप किसी भी व्यंजन में तेजपत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं और कैंसर के खतरे को अपने आप से दूर रख सकते हैं।
किडनी की समस्या दूर करें
तेजपत्ता, किडनी में होने वाली समस्या को दूर करने में मददगार होता है। इसके लिए पानी में तेजपत्ता डालकर उबाल लें और काढ़ा तैयार कर लें फिर उस पानी को पिएं। तेजपत्ते के सेवन से किडनी तो स्वस्थ रहती ही है साथ ही किडनी-स्टोन होने की संभावना भी कम हो जाती है। रोजाना तेजपत्ता का काढ़ा पीने से किडनी स्टोन के कष्ट से कुछ हद तक राहत मिलती है।
दर्द में राहत
तेजपत्ते के तेल को दर्द होने वाली जगह पर लगाने से दर्द में आराम मिलती है। आप चाहें तो दर्द होने वाली जगह पर इससे मसाज भी कर सकते हैं इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।
दिल को स्वस्थ रखने में मददगार
तेजपत्ता दिल के लिए काफी अच्छा होता है इसमें मौजूद फाइटो-न्यूट्रिएन्ट्स दिल की फंक्शनिंग को स्वस्थ रखते हैं और दिल का दौरा पड़ने की संभावना को कम करते हैं।
सर्दी-खाँसी और फ्लू से राहत दिलाता है
साँस की किसी भी समस्या से राहत दिलाने में तेजपत्ता बहुत मदद करता है। दो-तीन तेजपत्तों को पानी में उबाल लें और उसमें एक तौलिये को भिगोकर सीने पर रखने से सर्दी-खाँसी के कष्ट से राहत मिलती है और बुखार होने पर इसका काढ़ा पीने से भी बहुत आराम मिलता है।
गठिया के दर्द को कम करता है
तेजपत्ते का एन्टी-इन्फ्लैमटोरी गुण गठिया के दर्द से राहत दिलाने में सहायता करता है। कैस्टर ऑयल और तेजपत्ते के तेल को एक साथ मिलाकर गठिया के दर्द वाले जगह पर लगाने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है।
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